दुनिया में किन-किन देशों में शिक्षकों को सबसे कम वेतन देने वाला देश और सबसे ज्यादा वेतन देने वाला देश
आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (OECD) ने अपनी एक रिपोर्ट (Education at a Glance 2017) में दुनिया के उन देशों की सूची दी है जहाँ पर टीचर की सैलरी सबसे ज्यादा और सबसे कम है. इस सूची में प्रथम स्थान पर लक्ज़मबर्ग का नंबर आता है जहाँ पर एक हाई स्कूल फ्रेशेर टीचर की शुरूआती सैलरी लगभग $80,000 है जबकि सबसे अच्छा टीचर सबसे अधिक सैलरी लगभग $1,35,000 भी पाता है. OECD की पूरी रिपोर्ट बताती है कि विश्व में सबसे अधिक और सबसे कम सैलरी पाने वाले अध्यापकों की सैलरी में बहुत बड़ा अंतर है.
लक्ज़मबर्ग के लोगों की प्रति व्यक्ति आय पूरी दुनिया में सबसे अधिक 40 लाख रुपये है. यह देश टीचर की सैलरी के मामले में भी पूरी दुनिया में सबसे ऊपर है. यहाँ पर काम करने वाला एक गैर अनुभवी (fresher) टीचर भी एक ही दिन में इतना रुपया कमा लेता है कि कई देशों में काम करने वाला एक बहुत अच्छा टीचर भी इतना रुपया अपने पूरे टीचिंग करियर में नही कमा पाता है.
दुनिया में 10 सबसे अधिक सैलरी देने वाले देशों की लिस्ट इस प्रकार है: (हाईस्कूल टीचर के लिए)
सबसे ज्यादा चौकाने वाला आंकड़ा यह है कि सबसे ज्यादा सैलरी देने वाले 10 देशों के गैर अनुभवी (fresher) टीचर की शुरूआती सैलरी भी, सबसे ख़राब सैलरी वाले देशों के सबसे अच्छे टीचर (salary of best teacher) की सैलरी से भी ज्यादा है, जैसे जापान में गैर अनुभवी टीचर (fresher teacher) की शुरूआती सैलरी $30000 है जो कि चेक रिपब्लिक, हंगरी और पोलैंड के सबसे अच्छे टीचर को मिलने वाली सैलरी ($26000) से भी ज्यादा है.
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अर्थात जापान का फ्रेशर टीचर जितनी सैलरी लेकर अपने करियर की शुरुआत करता है उतनी सैलरी चेक रिपब्लिक, हंगरी और पोलैंड के सबसे अच्छे टीचर अपने पूरे टीचिंग करियर में भी नही कमा सकते हैं.
महिलाओं और पुरुषों को प्राथमिक शिक्षा टीचर के तौर पर कितनी सैलरी मिलती है
लक्ज़मबर्ग में स्त्री और पुरुष शिक्षकों के बीच में सैलरी को लेकर कोई भेदभाव नही है और दोनों को ही US$108,000 औसत सैलरी प्रति वर्ष मिलती है. जबकि यहं पर उच्च शिक्षा प्राप्त एक अच्छे शिक्षक को 1,35,000 डॉलर मिलते हैं. लेकिन यहाँ पर यह बात ध्यान दी जानी चाहिए कि यहाँ पर शिक्षक को उच्च स्तर की गुणवत्ता पढाई में भी दिखानी पड़ेगी. इसी प्रकार की शैक्षिक योग्यता वाले शिक्षक को बेल्जियम, स्विट्ज़रलैंड, जर्मनी और कोरिया में US$ 95,000 मिलते हैं.
विश्व के अन्य सभी देशों में पुरुष और महिला अध्यापकों को मिलने वाली सैलरी में बहुत अंतर भी है. जैसे ऑस्ट्रिया में पुरुष अध्यापक को $66,000 मिलते हैं जबकि महिलाओं को $62,000. दुनिया में प्राइमरी टीचर को सबसे अधिक सैलरी देने वाले 5 देशों के आंकड़े इस प्रकार हैं:
ऊपर दी गयी सारिणी देखकर यह कहा जा सकता है कि अमेरिका में भी महिला और पुरुष अध्यापकों के बीच में भेदभाव होता है.
प्राइमरी शिक्षक को सबसे कम सैलरी देने वाले 5 देशों के नाम इस प्रकार हैं:
यहाँ पर एक रोचक तथ्य यह भी है कि चेक रिपब्लिक में महिला और पुरुष दोनों को बराबर की सैलरी मिलती है. वहीँ दूसरी ओर हंगरी और पोलैंड जैसे देश भी हैं जहाँ पर महिलाओं को पुरुषों की तुलना में ज्यादा सैलरी मिलती है.
OECD की रिपोर्ट बताती है कि लोअर सेकेंडरी लेवल पर एंट्री करने वाले एक नए शिक्षक को ब्राज़ील, कोलंबिया, हंगरी, लाटविया और पोलैंड में US $ 15,000 मिलते हैं. लेकिन इसी लेवल पर डेनमार्क और स्पेन में US$ 40000 मिलते हैं जबकि जर्मनी, स्विट्ज़रलैंड, और लक्सेम्बर्ग में US$ 80000 मिलते हैं.
सारांश के रूप में प्राइमरी टीचर की सैलरी में अंतर को देखकर यह कहा जा सकता है कि सबसे कम सैलरी देने वाले देशों की आय में महिला और पुरुषों की सैलरी में बहुत अधिक अंतर नही है और तो और इन देशों में महिलाओं की सैलरी पुरुषों से ज्यादा भी है. वही दूसरी ओर सबसे अधिक सैलरी देने वाले देशों में महिला और पुरुषों की सैलरी में ज्यादा अंतर है और महिलाओं की सैलरी भी इन देशों में पुरुषों से कम है.